🔴 संजय चाणक्य
कुशीनगर। बेटे के कुकर्म ने पिता सुरेन्द्र के मान-प्रतिष्ठा पर इतना चोट पहुंचाया था कि अन्दर से पूरी तरह से टूट चुके सुरेन्द्र ने घर मे ही फंदे से झूलकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली थी। मुफलिसी के दौर से गुजर रहे इस परिवार के लिए सोमवार को उस समय एक और झटका लगा जब रेप के आरोप मे देवरिया कारागार मे बन्द सुरेन्द्र के बीस वर्षीय पुत्र बबलू की आत्मा हत्या करने की खबर उसके घरवालों को पहुची। पहले पति को खो चुकी मां बेटे की मौत के बाद बेसुध पडी है।
काबिलेगोर है कि सोमवार को देवरिया जिला कारागार में आत्महत्या करने वाले युवक पर गांव की एक लड़की से दुष्कर्म का आरोप था। तरयासुजान थानाक्षेत्र के बबलू के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज होने के बाद आहत पिता ने घर में ही फांसी के फंदे से लटककर जान दे दी थी। अब बेटे की आत्महत्या की खबर ने गंडक नदी के किनारे बसे इस गांव के लोगों को झकझोर कर रख दिया है
🔴 परिवार पर टूटा विपत्ति का पहाड
कहना न होगा कि तरयासुजान थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी सुरेंद्र यादव के परिवार पर कुछ वर्षों से विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है। सुरेंद्र के पांच बेटों में से एक की नदी में डूबने से तो दूसरे की बीमारी से मौत हो गई थी। तीसरा लड़का रोजगार के लिए विदेश गया हुआ है। दो बेटों व पत्नी के साथ सुरेंद्र गांव में रहकर जीवन-यापन कर रहे थे।
🔴 गांव की एक लड़की से दुष्कर्म का आरोपी था बबलू
बताया जाता है मई माह में गांव की ही एक लड़की से दुष्कर्म के आरोप में सुरेंद्र यादव के बेटे बबलू के खिलाफ पुलिस ने तरयासुजान थाने में मुकदमा दर्ज किया था। रेप के इस मामले मे सुलह-समझौते का बहुत प्रयास हुआ था लेकिन बात नहीं बनी। इसी दौरान बेटे के करतूत से आहत समाजिक प्रतिष्ठा का हनन होते देख दुष्कर्म के आरोपी पिता सुरेन्द्र ने घर में फांसी के फंदे से लटकर अपनी जान दे दी। गांव के लोगों की माने तो पिछले महीने बबलू को पुलिस ने गिरफ्तार करने के लिए दबाव बढ़ाया तो उसने न्यायालय में समर्पण कर दिया जहां न्यायालय आरोपी बबलू देवरिया जिला जेल भेज दिया था।
🔴 जिला जेल के बैरक नम्बर--दो मे बबलू ने फांसी लगाकर की खुदकुशीपडोसी जनपद देवरिया के जिला कारागार के बैरक नंबर दो मे सोमवार को बबलू ने गमछे से फांसी लगाकर खुदकुशी थी। इस घटना के बाद जेल जहां हडकंप मच गया वही अन्य कैदियों मे आक्रोश व्याप्त है। जेल में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दिया गया है। जेल मे कैदी बबलू की हुई मौत ने जेल प्रशासन को कटघरे मे खडा कर दिया है।
🔴 2017 में भी एक कैदी ने लगाई थी फांसी
जेल की पाठशाला में ड्यूटी कर रहे बंदी बबलू यादव के आत्महत्या की खबर जेल के अन्य बैरकों में आग की तरह फैल गई। इस घटना ने जेल प्रशासन की व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा कर दिए हैं। वहीं, आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस मृतक बंदी के साथियों से भी पूछताछ कर रही है लेकिन अब तक आत्महत्या की वजह सामने नहीं आ पाई है। बता दें इससे पहले भी वर्ष 2017 में अपनी पत्नी की हत्या के आरोप मे जेल मे बंद भटनी थाना क्षेत्र के रायबारी गांव निवासी बुधु नामक एक कैदी ने भी जेल में आत्महत्या कर ली थी।
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