🔴 युगान्धर टाइम्स नेटवर्क
कुशीनगर। जिले में खाकी का पशु तस्करों से संबंध उजागर होने के बाद एंटी करप्शन की टीम ने बडी कार्यवाही करते हुए पटहेरवा के थाना प्रभारी अतुल पाण्डेय के खिलाफ तस्करों से साठ गांठ, अमानत मे खयानत व आपराधिक षड्यंत्र रचने का मुकदमा दर्ज कराया है जो जनपद मे ही नहीं पूरे मंडल में चर्चा का विषय बना हुआ है| यह कार्रवाई विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी के शिकायत पर एंटी करप्शन द्वारा जांच के बाद की गयी है। जांच मे इस बात की भी पुष्टि हुई है कि एसओ अतुल पाण्डेय का पशु तस्करों से न सिर्फ यारान है बल्कि अन्दरूनी साठगांठ भी है।
काबिलेगोर है कि बीते वर्ष 2019 मे अतुल पाण्डेय जब कसया थाने के प्रभारी निरीक्षक थे उस दौरान उन्होने दिन के उजाले मे तस्कर सहित पशुओ से भरा दो ट्रक पकडा था और उसी दिन रात के अन्धेरे मे थानाध्यक्ष अतुल पाण्डेय ने उन्ही तस्करो के हाथो ट्रक समेत पशुओं को सुपुर्द कर दिया था। इस मामले को लेकर काफी हो-हल्ला भी मचा था लेकिन ऊपर से नीचे तक मैनेज के खेल मे मामला दब कर रह गया।
🔴 विधायक ने की थी शिकायतपकडे गये तस्करों के हवाले पशुओं को सुपुर्द किये जाने के मामले मे जब जिले के एसपी द्वारा कोई कार्रवाई नही किया गया तो कसया विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने जनहित मे इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से कई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने तत्काल पूरे प्रकरण की जांच एंटी करप्शन को सौपा दिया। परिणाम स्वरूप लंबे समय तक एंटी करप्शन की चली जांच मे कसया थाने पर तैनात रहे थानाध्यक्ष अतुल पाण्डेय जो वर्तमान समय मे पटहेरवा के प्रभारी निरीक्षक है सहित कुल 27 लोग दोषी पाये गये। नतीजतन पशु तस्करों से साठगांठ के आरोप सिद्ध होने पर एंटी करप्शन ने रविवार को पटहेरवा एसओ अतुल पाण्डेय व 26 अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं मे मुकदमा पंजीकृत कराया है।
🔴जिनको दी गयी सुपुर्दगी उन पर पहले से दर्ज है पशु तस्करी का मुकदमागोरखपुर एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर रामधारी मिश्रा द्वारा पटहेरवा एसओ अतुल पाण्डेय सहित सुपुर्दगारो के खिलाफ कसया थाने मे दर्ज कराये गये तहरीर - ए-मुकदमा मे कहा गया है कि तत्कालीन कसया थाना प्रभारी अतुल पाण्डेय ने जिन 26 लोगो को गोवंश की सुपुर्दगी की है उनमे से छह लोगो पर पहले से गोवध निवारण अधिनियम व पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है जब कि अन्य सुपुर्दगारो के संबंध मे एंटी करप्शन ने स्थानीय लोगो से सामुहिक व अलग अलग पूछताछ की तो यह यह पाया गया कि यह सभी गोवध के खरीद-फरोख्त मे संलिप्त रहते है तथा तत्कालीन थाना प्रभारी कसया अतुल पाण्डेय के सहयोग से गोवश का खरीद-फरोख्त का कार्य किया जाता है। इस संबंध मे कसया एसओ रामअशीष यादव का कहना है एंटी करप्शन गोरखपुर इकाई के इंस्पेक्टर ने मुकदमा दर्ज कराया है वह खुद इसकी विवेचना करेगे।
🔴 एसपी बोले
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि एंटी करप्शन के पास अपना थाना नही होता है इस लिए वह किसी भी थाने पर मुकदमा दर्ज करा सकते है। उसके बाद खुद ही विवेचना करते है और जांचोरांत गुण-दोष के आधार पर कार्रवाई करने का उन्हें अधिकार है।
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