शराब तस्करो की खैर नही बार्डर पर होगी यूपी-बिहार के अधिकारियों की निगेहवानी - Yugandhar Times

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Saturday, October 17, 2020

शराब तस्करो की खैर नही बार्डर पर होगी यूपी-बिहार के अधिकारियों की निगेहवानी


🔴 दो राज्यों के अधिकारियों के बीच हुई बैठक मे लिया गया कई फैसला

🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क 
कुशीनगर। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने और बिहार विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश व बिहार राज्य के अधिकारियों की बैठक कुशीनगर के एक होटल में हुई। गोरखपुर मण्डलायुक्त की अध्यक्षता मे कई घंटों तक चली बैठक में दोनों प्रांतों के अधिकारियों द्वारा अवैध शराब की तस्करी पर अंकुश लगाने सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत कर रणनीति तैयार किया गया। 
कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने कहा कि शान्तिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव कराना हम सभी का प्रथम कर्तव्य है, निकट भविष्य मे दशहरा, दीपावली छठ पूजा आदि आने वाले त्योहारों मे विशेष सर्तकता की जरूरत है क्योंकि ऐसे अवसर पर अवैध शराब की तस्करी बढने की संभावना नहती है। कमिश्नर ने इस अभियान मे परिवहन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र व दोनों राज्यों के मार्गो पर विशेष निगरानी रखने की आवश्यकता है इसके अवाला ढाबे एंव पेट्रोल पंप पर निरंतर विधिवत जांच किया जाना अत्यंत जरुरी है। इसी क्रम मे आबकारी आयुक्त पी गुरु प्रसाद ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शराब तस्करी मे जो भी लिप्त पाया जाये उनके खिलाफ फौरी कार्रवाई करे। उन्होने बार्डर क्षेत्र के शराब की दुकानों पर निरंतर पैनी नजर जमाये रखने का निर्देश दिया और कहा कि अगर कोई दुकानदार तस्करी के मामले मे संलिप्त पाया जाता है तो तत्काल उसकी दुकान का लाइसेंस निरस्त कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करायी जाये। आईजी बिहार अमृतराज ने कहा कि ज्यादातर हरियाणा निर्मित शराब यूपी के रास्ते होते हुए बिहार पहुंचती है। इस दौरान कई स्थानों पर ड्राइवर व गाडी का नम्बर बदला जाता है। उन्होंने यूपी से बिहार जाने वाली एनएच पर स्थापित सभी चेकपोस्टो विशेष निगरानी करने व जनपद मे खुफिया एजेंसी को सक्रिय करने पर जोर दिया। इस दौरान डीआईजी सारण ने बिहार व उ0प्र0 के सीमावर्ती क्षेत्रो मे तस्करी के संभावित स्थानो की जानकारी देते हुए बताया कि तस्करों द्वारा छोटी गाडि़यो का प्रयोग ज्यादा किया जा रहा है इस लिए छोटी गाडि़यो पर भी पैनी नजर रखना आवश्यक है। 

🔴 बैठक मे लिया गया फैसला 
 
 दोनों प्रांतों के संबंधित जिलों के अधिकारियों को जिम्मेदारियां दी गई हैं। सीमावर्ती गांवों से अवैध शराब की तस्करी के रूटों को सूची आदान-प्रदान की गई है। अवैध शराब के धंधे में संलिप्त  बार्डर के समीप संचालित दुकानें, जहां से शराब की खेप प्रवेश कराने की संभावना जाहिर की गई है। उनकी कड़ी निगरानी पर जोर दिया गया। लाइसेंसी दुकानों से शराब की खपत पर भी नजर रखने, चेक पोस्ट के माध्यम से सघन तलाशी कर तस्करों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने, सीमावर्ती इलाके से गुजर रही नदियों के रास्ते व घाटों पर निगरानी करने के साथ नाविकों के साथ एक बैठक करने का फैसला लिया गया। इसके अलावा दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए सहज तरीकों पर चर्चा कर रणनीति तैयार की गई। 

🔴 उपस्थित रहे 

 एडीजी दावा शेरपा, संयुक्त आबकारी आयुक्त गोरखपुर जोन अरुण शुक्ल, डीएम कुशीनगर भूपेंद्र एस चौधरी, पुलिस अधीक्षक कुशीनगर विनोद कुमार सिंह, अपर आबकारी आयुक्त आरके सिन्हा, दिव्य प्रकाश, संयुक्त आबकारी आयुक्त ईआईवी प्रयागराज महेंद्र सिंह, डीओ कुशीनगर राजवीर सिंह, डीओ देवरिया अश्विनी कुमार, डीओ महराजगंज  के अलावा गोपालगंज, सीवान, पश्चिमी चंपारण  आदि मौजूद रहे।


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