कुशीनगर। तरयासुजान थाना क्षेत्र मे दिल दहला देने वाली दोहरे हत्याकांड मे शिक्षक सुधीर की हत्या के पीछे किसी न किसी बडी साजिश की " बू "आ रही। मृतक की पत्नी का वायरल वीडियो कुछ और ही इशारा कर रही है। ऐसे मे अगर पुलिस शिक्षक की पत्नी का वायर वीडियो को आधार मानकर ग्राउंड जीरो से जांच शुरू करती है तो मुमकिन है सुधीर की हत्या का राज सामने आ जाये। इसके अलावा हत्यारे का मोबाइल भी इस घटना से पर्दा हटाने मे कारगर सिद्ध हो सकता है।
बेशक। पुलिस की घेराबंदी से खिचकर हत्यारे आर्यमन को भीड ने अपने गुस्से का शिकार बनाया है लेकिन इस बात से इंकार नही किया जा सकता है कि शिक्षक सुधीर की हत्या सोची- समझी साजिश के तहत की गयी है। इसके पीछे जायज तर्क यह है कि हमलावर हत्या की नीयत से शिक्षक के घर पिस्टल लेकर पहुचा था और शिक्षक को देखते ही अपने प्लान को अंजाम देने मे एक पल भी नही गवाया। हाँ। यह बात दीगर है कि उसे अपने अंजाम का तनिक भी आभास नही था।
🔴 शिक्षक की पत्नी के वायरल वीडियो मे तो नही छुपा है हत्या का राज
वायरल वीडियो मे मृतक शिक्षक की पत्नी रंजू देवी बिलखते हुए यह कह रही है कि उनके पति से किसी की कोई दुश्मनी नही थी सिर्फ भाई से झगड़ा-विवाद चल रहा था। रंजू देवी यह कहती हुई नजर आ रही है जमीनी विवाद को लेकर वह डायल 100 से शिकायत की थी। मौके पर पहुची पुलिस टीम ने दोनो पक्षो को समझाया भी थामऔर दोनो पक्षो को अपने सगे - संबंधियों के साथ बैकठर मामले का निस्तारण करने बात कही थी। वीडियो मे अपने मासूम दोनो बच्चों को लेकर बिलखती रंजू देवी ने आरोप लगाया है कि आपसी झगडा मे लाश गिराने की उन्हे धमकी मिली हुई थी। यह पूछे जाने पर कि आपके पति की हत्या मे कोई साजिश तो नही, उन्होने कहा मै कुछ नही कह सकती यह आप लोगो को पता लगाना होगा। उन्होंने परिजनों के मौजूदगी मे यह भी आरोप लगाया कि पति की मौत की सूचना उन्हे घर वाले नही दिये वह 14 मार्च से अपने मायके थी, घटना की जानकारी मिलने के बाद वह पहुची है। रंजू देवी खुद सवाल करते हुए कह रही है बताइये घर मे आकर कोई मार कर चला जाए यह कितनी बडी बात है। वायरल वीडियो मे मृतक शिक्षक की पत्नी के बयान को गंभीरता से ले तो ग्राउंड जीरो से जांच करना पुलिस के लिए ज्यादा कारगर होगा।
🔴 हत्यारे के मोबाइल मे छुपा है गहरा राज
जैसा की घटना के दिन से ही यह बात समाने आ रही है हत्यारा आर्यमन अपनी प्रेमिका को बर्थडे बिश करने आया था। चर्या यह भी रहा कि रविवार की रात आर्यमन अपने मोबाइल के जरिए अपनी प्रेमिका को जन्म दिवस की बधाई दी थी और रात मे काफी देर तक उससे बात करने के बाद भोर मे ही ऊससे मिलने के लिए अपने घर से पिस्टल लेकर निकल पडा। इतना ही नही प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो घटना को अंजाम देने के बाद वह मृतक शिक्षक के छत पर चढकर तब तक अपने मोबाइल से बात करता रहा जब तक पुलिस नही पहुच नही गयी। ऐसे मे कहना लाजमी है कि हत्यारे आर्यमन के मोबाइल की गहनता से जांच की जाये तो शिक्षक सुधीर की हत्या के पीछे की वजह सामने आ सकती है।
चर्चा - ए-सरेआम है कि हत्यारे आर्यमन की सोची समझी प्लानिंग और ग्रामीणो के आक्रोश ने जहां दो परिवारों की जिन्दगी तबाह कर दी है। वही इस घटना ने गांव के साढे चार सौ लोगो को मुसीबत मे डाल दिया है। क्योकि इस घटना के बाद तत्कालीन थानाध्यक्ष हरेन्द्र मिश्रा द्वारा स्वयं वादी बन साढ़े चार सौ अज्ञात लोगों पर अपराध संख्या 262धारा147,148,188,267,270,304 आइ पी सी और 51 बी आपदा प्रबंधन अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया गया है जिसको लेकर लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है| दुसरी तरफ गाँव में प्रशासन के तरफ से एहतियात के तौर शांति बहाल करने के नीयत से घटना के दिन से ही पीएसी तैनात की गई है|
🔴 खुद को बचाने के लिए तो नही किया थानेदार को निलंबित
कहना न होगा कि तरयासुजान थाना क्षेत्र मे चौबीस घंटे के भीतर एक के बाद एक कर हुई तीन हत्याए पुलिसिया तंत्र की लापरवाही की घोतक है । ऐसे मे माँब लिंचिग की घटना मे सिर्फ थानाध्यक्ष हरेन्द्र मिश्रा ही दोषी क्यो? कही ऐसा तो नही कि प्रदेश के ला एण्ड आर्डर के काउन-डाउन मे लगातार कुशीनगर मे हुई हत्या के बढते वारदात को देखते हुए बडे साहब लोग खुद को बचाने के लिए थानाध्यक्ष पर कार्रवाई कर अपने आप को सुरक्षित कर लिया है। क्योंकि इस घटना के लिए निलंबित एसओ हरेंद्र मिश्रा के साथ-साथ बडे साहब लोगो की भी जबाबदेही बनती है। अब देखना यह है कि शासन इस घटना को कितनी गंभीरता से लेता है और किसकी जबाबदेही तय करता है।
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