▶️ लघु उद्योग कारोबार ठप, कारोबारियों के सामने रोटी का संकट
🔴 विष्णु श्रीवास्तव
कुशीनगर। जिला मुख्यालय पडरौना सहित जनपद के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों मे लगातार हो हो रही बिजली कटौती से जहां लोगो का जीना मुहाल हो गया है वही लघु उद्योग और उनसे जुडे कारोबारी भी प्रभावित होने लगे है। " बिजली रानी " के आने और जाने का कोई समय निर्धारित नही है। दस से बाहर घंटो की कटौती ने आम लोगो के दिन का चैन और रातो की नींद छिन लिया है। उमस भरी गर्मी मे लोग देर रात तक बिजली के इंतजार मे सडको पर तफरी कर रात गुजारने के लिए मजबूर है। कहना न होगा कि जिले की बदहाल विद्युत व्यवस्था को लेकर क्षेत्र के विधायक व सांसद से लगायत सूबे के कैबिनेट मंत्री भी अपनी नाराजगी जता चुके है इसके बावजूद बिजली विभाग के जिम्मेदार अफसरों पर इसका तनिक भी असर देखने को नही मिल रहा है।
गौरतलब है कि पडरौना विद्युत उपकेन्द्र से जुडे शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के तकरीबन पैसठ हजार से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जाती है। तीन वर्ष पूर्व जब सूबे मे भाजपा की सरकार बनी तो आम लोगों को बेहिसाब विद्युत कटौती और लो-वोल्टेज की समस्या से छुटकारा मिलने की उम्मीद जगी थी। सत्ता मे आते ही भाजपा सरकार ने जिला मुख्यालयो पर 24 व तहसील मुख्यालयों पर 20 घंटे बिजली आपूर्ति करने का फरमान भी जारी किया। लेकिन अफसोस विद्युत विभाग हर दिन दस से बारह घंटे की कटौती कर सरकार के निर्देश को ठेंगा दिखा रही है।
🔴 सोमवार से शनिवार तक बिजली आपूर्ति पर एक नजर
चालू सप्ताह मे पडरौना विद्युत उप केन्द्र द्वारा सोमवार को आपूर्ति किए गये बिजली पर नजर दौडाये तो सोमवार को सुबह तकरीबन छह बजे बिजली गुल हुई तो साढे चार घंटे बाद साढे दस बजे बिजली का दर्शन हुआ। फिर दोपरह 1 बजे से शाम चार बजे तक बिजली रानी की आंख मिचौली चलती रही। उसके बाद देर शाम सात बजे बिजली गुल हुई तो फिर रात्रि सवा बारह बजे विद्युत आपूर्ति शुरू हुई। मंगलवार को सुबह सात बजे से लेकर साढे नौ बजे तक बिजली आपूर्ति ठप रहा। फिर दोपहर दो बजे से सायं पाच बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। साय छह बजे से जब बिजली आपूर्ति ठप हुई तो रात मे डेढ बजे के बाद बिजली का दर्शन हुआ। इसी तरह बुधवार को सुबह सात बजे कटौती हुई तो पांच घंटे बाद ग्यारह बजे विद्युत आपूर्ति शुरू की गई। इस दौरान सायं साढे सात बजे तक बिजली की आख मिचौली का खेल जारी रहा लेकिन रात्रि साढे नौ बजे बिजली रानी जो रुठी तो सुबह तक दर्शन नही हुआ। गुरुवार को भी विद्युत कटौती का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा जबकि कि शुक्रवार को रात-दिन मिलकर पूरे चौबीस घंटे मे महज तेरह घंटे ही सुचारू रुप से बिजली आपूर्ति की गयी। विभागीय उदासीनता के चलते लगातार हो रही अघोषित विद्युत कटौती मे कोई सुधार देखने को नही मिल रहा है नतीजतन शनिवार को सुबह सात बजे से नौ बजे व दोपहर मे बारह बजे से एक बजे तक आपूर्ति ठप रही। साय साढे पाच बजे फिर आपूर्ति ठप हो गयी।
🔴 विद्युत विभाग का क्या है कहना
बिजली विभाग के जिम्मेदारो का कहना है कि जर्जर पोल और तार के वजह से बार-बार फाल्ट की समस्या आ रहीमहै जिसके वजह से सुचारू रूप से बिजली सप्लाई नही हो पाए रही है। जर्जर पोल व तार को बदलने का कार्य चल रहा है जल्द ही व्यवस्था से सुधार हो जायेगी।
🔴 कारोबार ठप
शहर और कस्बाई क्षेत्रों मे लौह उद्योग, कम्प्यूटर सेन्टर, टीवी- फ्रीज रिपेयरिंग, आटा चक्की सहित तमाम बिजली से संचालित उद्योग बिजली कटौती के चपेट मे आकर ठप हो गया है। नतीजतन रोटी के संकट से जूझ रहे कारोबारी सरकार और बिजली विभाग को कोस रहे है।
🔴 नही दर्ज हो रहा दैनिक डाटा
बेशुमार हो रही कटौती का मामला पकड़ा न जाए, शायद इसके लिए विभाग ने रजिस्टर पर दैनिक विवरण भी नोट करना बंद कर दिया है। पडरौना विद्युत उपकेंद्र में एक सप्ताह में चार दिन का डाटा दर्ज नहीं है।
🔴 बिजली समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा
पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष पप्पू पांडेय की अगुवाई में रोमन चौधरी, राजमंशी, महेंद्र यादव सहित कई लोग कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री को संबोधित डीएम कोमज्ञापन सौंपा। इन लोगों ने जिले में अघोषित बिजली कटौती बंद करने, लो वोल्टेज की समस्या से निजात दिलाने, जर्जर तार-पोल बदलने और बिजली समस्या को लेकर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की
🔴 बिजली कटौती के विरोध में आधी रात में हंगामा
मंगलवार रात करीब 11 बजे शहर के कुछ मुहल्लों वे अहिरौली दीक्षित गांव की बिजली सप्लाई बाधित होने से नाराज लोगों ने कठकुइयां रोड स्थित उपकेंद्र पर पहुंचकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने लोगों को खदेड़ा। रात में तार टूटने के चलते अहिरौली दीक्षित समेत कई गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी। करीब 11 बजे कुछ लोग उपकेंद्र पहुंचकर हंगामा करने लगे। इसके बाद शहर के कई मुहल्लों की बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई। लोग रात में ही टूटे तार को सही करते हुए आपूर्ति चालू करने की मांग कर रहे थे जबकि बिजली निगम के अफसर कर्मचारियों की कमी की बात कहकर सुबह गड़बड़ी ठीक करने की बात कह रहे थे। कोतवाल पवन कुमार सिंह ने बताया कि रात में करीब 12 बजे कुछ लोग कठकुइयां मोड़ पर पहुंचकर सड़क जाम का प्रयास करने लगे। सुभाष चौक पुलिस चौकी इंचार्ज ने सूचना दी तो पुलिस फोर्स लेकर वे मौके पर पहुंचे और लोगों को वहां से हटाया।
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