🔴 युगान्धर न्यूज व्यूरो
लखनऊ। कोरोना के चपेट मे आकर जान गंवाने वाले यूपी के कैबिनेट मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान के साथ अस्पताल कर्मियों द्वारा खराब व्यवहार किया गया । डॉक्टर और स्टाफ उन्हें वहां पहचानना तो दूर ढंग से बात भी नहीं करते थे। उनकी आपबीती को समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील सिंह साजन ने विधान परिषद में शनिवार को बयां किया। उन्होंने कहा कि चौहान के साथ अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ ने बहुत बुरा सलूक किया। उन्होंने इसके साथ ही खुद के कोरोना के इलाज के दौरान का कड़वा अनुभव भी साझा किया। हालांकि, नेता सदन दिनेश शर्मा ने साजन पर निशाना साधते हुए उन्हें कथावाचक करार दिया और कहा कि सपा नेता कोरोना योद्धाओं को नाकारा साबित करने पर तुले हैं।
🔵सदन में कहे एमएलसी - "गेट से पूछते थे चेतन कौन है?
सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन ने कहा कि कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान बहुत सरल व्यक्ति थे। अस्पताल के टीम ने जब कहा चेतन कौन है? तब उन्होंने हाथ खड़ा किया। फिर स्टाफ ने पूछा- चेतन, आपको कब हुआ कोरोना? उन्होंने इस पर अपनी बात बताई। इसी बीच, दूसरा स्टाफ बोला- चेतन, तुम क्या करते हो? मंत्री बोले- वह कैबिनेट मंत्री हैं। इस पर एक अन्य स्टाफ ने पूछा- कहां के? उन्होंने फिर जवाब दिया- उत्तर प्रदेश सरकार के। "बकौल साजन, "मैं इस दौरान सोच रहा था कि ये कैसे मंत्री से बदतमीजी से बात कर रहे है ? लेकिन मुझे भरोसा हुआ कि मंत्री ने कहा कि वह यूपी के कैबिनेट में मंत्री है तो शायद वह चेतन जी कहेंगे या आदर के साथ बात करेगे। लेकिन ऐसा नही हुआ। पीजीआई के स्टाफ ने कहा- चेतन, तुम्हारे घर में कौन-कौन संक्रमित है? यह सुनते ही मुझे बहुत गुस्सा आया। दुख भी हुआ और सरकार पर गुस्सा आया।"
उन्होंने आगे कहा- मतलब सरकार का इतना भी दवाब नहीं है? कबीना मंत्री के बाद कौन होता है?.मुख्यमंत्री.। मतलब यूपी में सिर्फ योगी आदित्यनाथ का सम्मान होगा। अगर शर्मा जी को कोरोना होगा, तो आप सोच नहीं सकते कि आपके साथ क्या व्यवहार होगा। हम नहीं चाहते.हम तो प्रार्थना करेंगे कि किसी को न हो। लेकिन मुझे उस घटना के बाद गुस्सा आया। मैं खुद को नहीं रोक पाया.। मैंने डॉक्टर से कहा- आप जानते हैं कि ये कौन हैं? चलिए आप प्रभाव में नहीं आ रहे हैं कि ये योगी सरकार में मंत्री हैं। ये वह हैं जो देश के लिए क्रिकेट खेलते थे। डॉक्टर ने इस पर कहा- अच्छा, ये वह चेतन हैं। यह कहते हुए पूरा स्टाफ वहां से चला गया।
एमएलसी के अनुसार, चौहान दो दिन तक हमारे बगल में रहे। वह जिस घुटन में थे, वह कोई और महसूस नहीं कर सकता। मुझे नहीं कहना चाहिए.वह कोरोना की वजह से हमें छोड़ कर नहीं गए, बल्कि सरकारी अव्यवस्था के चलते गए। बता दें कि साजन कोरोना के इलाज के दौरान जिस वॉर्ड में थे, वहां दो दिन उनके साथ चौहान भी रहे थे। उसी दौरान उन्होंने पूर्व क्रिकेटर के साथ होते जो देखा, उसे सदन में बयान किया।
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