🔵 संजय चाणक्य
कुशीनगर। जनपद के पडरौना नगर के माटी के लाल व रेलवे सुरक्षा बल लखनऊ में तैनात निरीक्षक अशरफ सिद्दीकी को उनके बेहतर कार्य के लिए " भारतीय पुलिस पदक " से सम्मानित किया गया है। भारत सरकार ने अशरफ को उनके अदम्य साहस, वीरता और शौर्य को देखते हुए उन्हे इस सम्मान से नवाजा है।
पडरौना नगर के छावनी मुहल्ले के निवासी अशरफ खान वर्ष 1996 मे रेलवे सुरक्षा बल में एसआई के पद पर चयनित हुए। अपने बेहतर कार्य शैली के कारण वह हमेशा अपने विभाग के उच्चधिकारियो के प्रिय रहे। समस्तीपुर सहित पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न मंडलों में तैनात रहे अशरफ की कार्य कुशलता और अदम्य साहस को देखते हुए वर्ष 2007 से 2015 तक सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) में प्रतिनियुक्ति पर गाजियाबाद व लखनऊ में तैनात किया गया। इस दौरान उन्होंने उ0प्र0 , मध्यप्रदेश व झारखंड के कई महत्वपूर्ण मामलों के अलावा नक्सल से जुड़े मामलों का पर्दाफाश किया।
🔴 अशरफ के 25 साल का सफर
गौरतलब है कि अशरफ सिद्दकी वर्ष 1996 मे रेलबे सुरक्षा बल के उप निरीक्षक के पद पर चयनित हुए और उनकी प्रथम ज्वाइनिंग समस्तीपुर मे हुई। वर्ष 1997 से वर्ष 2005 तक उप निरीक्षक के पद पर रहते समस्तीपुर और वाराणसी मंडल मे अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण रखा। पदोन्नति के बाद वर्ष 2005 से वर्ष 2007 तक गोरखपुर पुर्वोत्तर रेलवे प्रशिक्षण केन्द्र मे बतौर प्रधानाध्यापक एंव केन्द्रीय अपराध व्यूरो मे तैनाती के दौरान कुशल पर्यवेक्षण एंव प्रशासनिक क्षमता का परिचय दिया। बताया जाता है गाजियाबाद सीबीआई मे प्रतिनियुक्ति व विशेष अपराध शाखा लखनऊ मे तैनाती के उपरांत अशरफ सिद्दीकी ने उ0प्र0, मध्य प्रदेश एंव झारखंड के कई महत्वपूर्ण व नक्सल से जुड़े मामलो का कुशल अन्वेषण के साथ पर्दाफाश कर इन अपराधो मे लिप्त अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजकर न्यायालय मे आरोप पत्र दाखिल किया। इसके अलावा प्रतिनियुक्ति से वापसी के बाद वर्ष 2016 मे वाराणसी से चोरी किये गये 36 लाख रुपये के रेल संपत्ति के मामले अशरफ ने कुशल जांच कर 24 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसी क्रम में वर्ष 2017 व 2018 मे श्री सिद्दीकी द्वारा अपराध अधिसूचना शाखा लखनऊ मे अपनी तैनाती के दौरान ई-टिकट के अवैध कारोबार मे लिप्त 35 अपराधियों की गिरफ्तारी किया गया। इसके अलावा वर्ष 2019 मे पूर्वोत्तर रेलवे मंडल निरीक्षक के पद पर पदोन्नति के बाद वर्षों से लंबित पडे 1274 मामलो की जांच अन्तिम रुप से पूर्ण कराने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
🔴 ललित मेहता हत्या काण्ड का किया खुलासा
ललित मेहता हत्या काण्ड का कुशल खुलासा कर अशरफ ने अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा दिलवाने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। केन्द्रीय अन्वेषण व्यूरो मे तैनाती के दौरान श्री सिद्दीकी के उत्कृष्ट और सराहनीय कार्य को देखते हुए तत्कालीन सीबीआई महानिदेशक एंव संयुक्त निदेशक द्वारा प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया है। इन्होंने " रेलवे सुरक्षा बल " व " रेल दर्शन " किबाब भी लिखी है। श्री सिद्दीकी की इन सभी महत्वपूर्ण कार्यो को देखते हुए स्वतंत्रता दिवस के अवसर उन्हे भारतीय पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। श्री सिद्दीकी को मिले इस सम्मान कू लिए अधिवक्ता सफीउल्लाह खान, जफीरूल्लाह खान, सहित नगर के तमाम लोगो के हर्ष व्यक्त किया।
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