🔵 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क
बस्ती। पडोसियों से मारपीट के दौरान दिनेश अपनी घायल पत्नी और मासूम बच्चों को ठेले पर लादकर इंसफ की गुहार लगाने थाने पहुंचा। जहां उसकी फरियाद किसी ने नही सुनी, और ना ही अस्पताज जाने के लिए कोई एंबुलेंस या गाड़ी भेजी गई।
मामला बस्ती के नरहरपुर की है जहां रविवार को सुबह नरहरपुर गांव निवासी दिनेश कुमार की पत्नी को पड़ोसियों ने मारपीट कर घायल कर दिया। तीस वर्षीय पत्नी नीलम देवी और तीन मासूम बच्चों को पति दिनेश ठेले पर बैठा कर दुबौलिया थाने जा पहुंचा। वहां पहुंचने के बाद जब थाने पर तहरीर दी तो पुलिस ने पहले सीएचसी पर इलाज कराने की नसीहत देकर बैरंग वापस भेज दिया। काफी देर तक अस्पताल जाने के लिए संसाधन के आस मे दिनेश टकटकी लगाये बैठा रहा लेकिन जब किसी पुलिसकर्मियों ने घायलों को अस्पताल भेजने के लिए कोई व्यवस्था नही किया तो पीड़ित अपने परिवार को ठेले पर बैठाकर 10 किमी दूर अस्पताल के लिए निकल पड़ा। इसका वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस हरकत में आई। इसके बाद थाने की गाड़ी से घायल महिला को सीएससी भेजा गया। जहा प्राथमिक उपचार कर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
🔴 वायरल हुआ वीडियो
दिनेश ने आरोप लगाते हुए है कि हम थाने में इंसाफ मांगने गए थे, लेकिन तहरीर लिखने के बाद पत्नी को अस्पाल ले जाने में पुलिस ने कोई मदद नहीं की, ऐसे में ठेले से ही इलाज के लिए ले जा रहा हूं। उधर सोशल मीडिया पर पत्नी को ठेले से ले जाने का वीडियो वायरल होने पर बीच रास्ते से पुलिस ने सरकारी गाड़ी पर बैठा कर इलाज के लिए सीएचसी दुबौलिया पहुंचाया।
🔴 सीओ बोले-
सीओ कलवारी अनिल सिंह ने बताया कि घायल महिला को उसका पति ठेले पर लादकर थाने तक आया था। महिला को अस्पताल भेजने के लिए एंबुलेंस को सूचना दी गई। एंबुलेंस आने में देर लगने पर पुलिस ने घायल महिला को सरकारी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। वहीं थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि इस बात की जानकारी नहीं थी कि घायल महिला को ठेले पर लादकर लाया गया था।
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