🔴 पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी के 95 वी जयंती पर लोकभवन मे प्रतिमा अनावरण के दौरान मौजूद रहे गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदीबेन, सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ व पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी
🔴 89 लाख रुपये की लागत से निर्मित 5 हजार किलो के वजन से अष्टधातु की बनी स्वर्गवासी अटलजी की प्रतिमा राजस्थान के जयपुर मे की गई तैयार
🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क
लखनऊ/दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ के लोकभवन में 25 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। अष्टधातु से बनी अटलजी की यह सबसे ऊंची प्रतिमा है, जो 5 हजार किलो वजनी है। इसकी लागत 89 लाख रुपए है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम परमेडिकल यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखी। मोदी ने कहा-अटल यूनिवर्सिटी यूपी में मेडिकल की पढ़ाई को समग्रता और सम्पूर्णता देगी। पाठ्यक्रम से परीक्षा तक इसमें एकरूपता होगी। मेडिकल कॉलेज हो, डेंटल कॉलेज हो, पैरामेडिकल कॉलेज हो, नर्सिंग हो, चिकित्सा से जुड़े हर कोर्स को यह विश्वविद्यालय आगे बढ़ाएगा। सरकारी, निजी सभी संस्थानों का एफलिएशन इसी विश्वविद्यालय से होगा। इस विश्वविद्यालय के बनने से यूपी की चिकित्सा शिक्षा में और सुधार आएगा।
🔴 दिल्ली में अटल भूजल योजना कि किया शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले दिल्ली में अटल भूजल योजना की शुरुआत की। इस योजना से सात राज्यों के 8350 गांवों को फायदा होगा। वहीं,मनाली को लेह से जोड़ने वाली सुरंग को "अटल टनल" नाम रखा गया। पीएम श्री मोदी ने कहा अटल जल योजना हो या फिर जलजीवन मिशन से जुड़ी गाइडलाइन, यह 2024 तक देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को पूरा करने का बड़ा कदम है। पानी ही घर, खेत और उद्योग सबको प्रभावित करता है। पानी के स्रोतों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। यह हम सब के लिए चिंता का विषय है। हम सब को मिलकर इस संकट से निपटने के लिए काम करना होगा।’’ पीएम ने कहा कि हमने उपलब्ध पानी के सही संचयन और वितरण पर ध्यान दिया है। पानी की हर बूंद का इस्तेमाल सुनिश्चित किया। पहले पानी के प्रबंधन से जुड़ा काम अलग-अलग विभागों में बंटा हुआ था। इस वजह से कहीं केंद्र और राज्य सरकारों में विवाद बना रहता था। जलशक्ति मंत्रालय ने इस खांचों में बंटी व्यवस्था को दुरुस्त किया है। मोदी ने कहा जहां तक संभव हो रिसाइकल पानी का इस्तेमाल हो। टॉयलेट कैसा हो, फ्लश में कितना पानी जाए, यह ध्यान में रखना होगा। यह सब स्टार्टअप वाले कर सकते हैं। मुझे भरोसा है कि इससे ऐसी व्यवस्था विकसित होगी, जिससे कम से कम पानी इस्तेमाल होगा। सबसे ज्यादा पानी का उपयोग हमारे यहां खेती में होता है। खेती के पुराने तरीके से बहुत सा पानी बर्बाद हो जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां सोच बनी हुई है कि बाल्टीभर पानी से नहाएं न तो लगता नहीं कि नहाए हैं। ऐसे ही किसानों को लगता है कि जब तक खेत लबालब नहीं भरा हो तो खेती ठीक नहीं है। पानी जमीन के लिए है या पौधे के लिए, यह समझ ही नहीं है। यह किसान का भी दोष नहीं है। हमने उस तक सही बात पहुंचाई ही नहीं है।’’
🔴 क्या है अटल भूजल योजना
योजना से उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और राजस्थान को फायदा होगा। 6 हजार करोड़ की योजना को मंगलवार को कैबिनेट ने मंजूरी दी थी। इसमें 3 हजार करोड़ वर्ल्ड बैंक और 3 हजार करोड़ केंद्र सरकार देगी। केंद्र ने यह फैसला किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लिया है।योजना में पानी के सही इस्तेमाल, जल सुरक्षा और जल बजट पर जोर दिया जाएगा।
🔴 श्रद्धांजलि दी
इससे पहलेमोदी ने बुधवार को‘सदैव अटल’ पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत कई नेताओं ने समाधिपर पुष्पांजलि अर्पित की।
🔴 राजनाथ बोले-विपक्ष भी करता है अटलजी की सराहना
"अटल बिहारी मेडिकल यूनिवर्सिटी"* की आधारशिला रखे जाने से पूर्व आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'अटल जी एकमात्र ऐसे नेता थे जिनकी सराहना विपक्ष की लोग भी करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू ने तो बहुत पहले ही कह दिया था कि इनके अंदर देश का प्रधानमंत्री बनने की क्षमता है।' रक्षामंत्री ने आगे कहा कि 'देश के लिए अटल जी ने जो काम करके दिखाया है, उसके लिए हम उनकी जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाते हैं। लखनऊ लंबे समय तक अटल जी का संसदीय क्षेत्र रहा है। मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी लखनऊ का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। अटल जी एक तरह से अजातशत्रु थे। हमें आज भी उनसे प्रेरणा मिलती रहती है।'
🔴 लोकभवन मे लगायी गयी अटलजी प्रतिमा
गौरतलब है कि राजधानी के लोकभवन मे भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की अष्टधातु की प्रतिमा सबसे ऊंची है। 89 लाख रुपये की लागत से निर्मित पांच टन की इस प्रतिमा को राजस्थान मे मगाया गया। इस संबंध में 11 नवंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में बैठक हुई थी, जिसमें मूर्तियां लगाने के प्रस्ताव पर सहमति बनी थी। कहना न होगा कि पूर्व पीएम स्वर्गीय वाजपेयी की जयंती पर प्रदेश सरकार द्वारा तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के अंतिम दिन मूर्ति के अनावरण का कार्यक्रम था, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया।
🔴 सीएम योगी बोले- 45 जिलों में खोले जा रहे मेडिकल कॉलेज
अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए सीएम योगी ने कहा, 'यूपी सरकार ने प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से अटलजी के कर्मभूमि बलरामपुर में उन्हीं के नाम से मेडिकल कॉलेज बनाने की प्रक्रिया शुरू की है। यूपी के सभी मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज और पैरामेडिकल कॉलेज की संबद्धता के लिए अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा रही है।' मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, ' प्रधानमंत्री जी के संज्ञान में लाना चाहता हूं कि आज आपने जो शिलान्यास किया है, 1947 से 2016 तक यूपी में केवल 15 जिलों में मेडिकल कॉलेज थे लेकिन आपकी प्रेरणा से 45 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। सात मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश शुरू हो गए हैं और अगले सत्र में आठ और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश शुरू होने जा रहे हैं। बलरामपुर और जौनपुर में राज्य सरकार की ओर से मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। इसके लिए आपको धन्यवाद देना चाहते हैं।'
🔴 प्रतिमा मे 90 फीसदी से ज्यादा किया गया है ताबे उपयोग
उप्र के संस्कृति विभाग के डिप्टी डायरेक्टर वाईपी सिंह ने बताया कि प्रतिमा में 90% से ज्यादा तांबे का प्रयोग किया गया है। राजस्थान के जयपुर में प्रतिमा को तैयार किया गया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखी। 50 एकड़ में बनने वाली यह यूनिवर्सिटी कमल के आकार में बनेगी।
🔴 लखनऊ में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात
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