हैदराबाद काण्ड : पुलिस मुठभेड़ मे ढेर हुए चारो दुराचारी - Yugandhar Times

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Sunday, December 8, 2019

हैदराबाद काण्ड : पुलिस मुठभेड़ मे ढेर हुए चारो दुराचारी



युगान्धर टाइम्स न्यूज सर्विस 

हैदराबाद । वेटनरी डाक्टर के साथ सामूहिक मूह काला करके हत्या करने वाले चारो दुराचारियो को तेलंगाना पुलिस ने मुठभेड़ मे मार गिराया। पुलिस की इस कार्रवाई को लोगो ने सिर आखो पर लेकर जहा स्वागत किया वही पीडिता के पिता ने भगवान के प्रति आभार जताते हुए कहा कि अब बेटी की आत्मा को शांति मिलेगा। बताया जाता है कि चारो दरिन्दो को पुलिस मौका-ए-वारदात पर क्राइम सीन रीकक्रिएट करने के लिए लेकर गई थी, जहा पुलिस की रिवाल्वर छीनकर चारो आरोपी भागने की कोशिश किये और पुलिस की गोलियों के शिकार बन गये। 
    गौरतलब है कि 28 नवंबर को वेटनरी डॉक्टर दिशा के साथ चारों आरोपियों ने जानवरों जैसा सलूक करते हुए पहले गैंग रेप किया फिर उसे जिंदा जला दिया था। डॉक्टर की लाश अगले दिन सुबह अर्धजली अवस्था पाई गई थी। इसके अगले ही दिन पुलिस ने टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरे के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस दर्दनाक घटना को लेकर स्थानीय लोगो मे गुस्सा उबाल पर था तलोगों के गुस्से का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि आक्रोशित लोगों ने आरोपियों को ले जा रही पुलिस वैन पर पथराव किया और चारो दरिन्दो को सरे आम फांसी देने की मांग कर रहे थे।

🔵देश को हिलाकर रख देने वाली इस घटना का टाइमलाइन

27 नवंबर: हैदराबाद की एक 25 वर्षीय महिला डॉक्टर टोडुनवल्ली टोल प्लाजा से लापता हुई। 
28 नवंबर: महिला डॉक्टर का जला हुआ शव शादनगर के चेत्तानपल्ली के पास हुआ बरामद। मृतका के पिता ने की शव की पहचान।
29 नवंबर: पुलिस ने डॉक्टर से रेप और हत्या के आरोप में 20 से 24 वर्ष की उम्र के चार दरिन्दे-मो.आरिफ, जोलू नवीन, जोलू सोनू और चेन्नाकेशावुलु को गिरफ्तार किया। पूरे देश में इस घटना के विरोध में व्यापक प्रदर्शन शुरू हुए और चारो हैवानों को सरेआम फासी देने की मांग की जाने लगी।

🔵पुलिस कमिश्नर बोले-
29 नवंबर को साइबराबाद के पुलिस कमिश्‍नर वीसी सज्‍जनार के मुताबिक, आरोपियों ने एक साजिश के तहत योजना बनाकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने जानबूझकर महिला की स्कूटी पंक्चर की और फिर मदद के बहाने सुनसान जगह पर ले जाकर रेप को अंजाम दिया और फिर उसकी हत्या करके शव जला दिया। पुलिस को शादनदार अंडरपास के नीचे पीड़िता का जला हुआ शव बराबम होने के बाद पहला सुराग एक मैकेनिक से मिला।
🔵 मजिस्ट्रेट के सामने किया गया पेश
30 नवंबर को चारों आरोपियों को स्थानीय मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया, उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। आरोपियों को हैदराबाद के चलारपल्ली सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया।
🔵सीएम ने दिया आदेश
1 दिसंबर को डॉक्टर से रेप और हत्या मामले के लिए मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने फास्ट-ट्रैक अदालत गठन का दिया आदेश।

1 दिसंबर को ही साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने इस मामले में ढिलाई बरतने वाले तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया।
🔵रिमांड पर लेने की याचिका 
2 दिसंबर: साइबराबाद पुलिस ने शादनगर कोर्ट में चारों आरोपियों की कस्टडी मांगने के लिए याचिका दायर की।
2 दिसंबर: हैदराबाद डॉक्टर से रेप और हत्या का मामला संसद में उठा।
3 दिसंबर: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने हैदरबाद रेप और देश भर में रेप के दोषियों को छह महीने के अंदर मौत की सजा की मांग करते हुए शुरू किया आमरण अनशन
4 दिसंबर: शादनगर कोर्ट ने चारों आरोपियों को चार दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा।
5 दिसंबर: साइबराबाद पुलिस की एक विशेष जांच टीम ने आगे की जांच के लिए आरोपियों की पुलिस कस्टडी ली।
6 दिसंबर: चारों आरोपियों को पुलिस ने चेत्तानपल्ली के पास हथियार छीनकर भागने की कोशिश के बाद हुए एनकाउंटर में मार गिराया।

🔵 सडक से सदन तक विरोध प्रदर्शन 
हैदराबाद में डॉक्टर से रेप और हत्या के चारों आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार सुबह पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर दिया। पुलिस के मुताबिक, वह इन आरोपियों को क्राइम स्थल पर ले गई, जहां उन्होंने पुलिस के हथियार छीनकर उन पर फायरिंग करने की कोशिश की, इसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में इन्हे ढेर कर दिया। इस जघन्य अपराध के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश था और सड़क से संसद तक इसका विरोध किया गया था।
🔵सोसल मीडिया पर तेलंगाना पुलिस का उत्साहबर्धन
गौरतलब है कि पुलिस मुठभेड़ में आरोपियों के मारे जाने पर सोशल मीडिया पर हैदराबाद पुलिस की प्रशंसा हो रही है. लोगों का कहना है कि इससे रेप के आरोपियों या दोषियों में डर समायेगा। 
🔴क्राइम सीन
तेलंगाना के हैदराबाद में पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के चारों आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार सुबह मुठभेड़ में ढेर कर दिया। हैदराबाद के पुलिस आयुक्त ने चारों आरोपियों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने उस समय भागने की कोशिश की जब उन्हें  मौका-ए-वारदात पर पूरी घटना का क्राइम सीन रिकंस्ट्रक्ट करने के लिए ले गई थी। चारों आरोपियों को पुलिस ने ठीक उसी जगह पर मार गिराया है जहां उन्होंने पीड़िता के साथ दरिदंगी को अंजाम दिया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार क्राइम सीन रिक्रिएट करने के दौरान आरोपियों ने वहां से भागने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा करते हुए रोकने के लिए गोली चलाई। जिसमें उनकी मौत हो गई। पुलिस ने फिलहाल सभी के शवों को मौके से हटा दिया है ताकि किसी भी तरह का हंगामा होने से बचा जा सके। सुबह तीन से छह बजे के बीच मारे गए आरोपी सायबराबाद पुलिस आयुक्त वीसी सज्जनार ने कहा, 'आरोपी मोहम्मद आरिफ, नवीन, शिवा और चेन्नाकेशावुलू शादनगर के चटनपल्ली में पुलिस मुठभेड़ में आज सुबह मारे गए। सभी की मौत सुबह तीन बजे से छह बजे के बीच हुई। मैं घटनास्थल पर पहुंच गया हूं और जल्द ही आगे की जानकारी दी जाएगी।' हथियार लेकर भाग रहे थे आरोपी तेलंगाना के कानून मंत्री इंद्रकरण रेड्डी का कहना है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही भगवान ने उन्हें सजा दे दी। आरोपियों ने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें मुठभेड़ में मार गिराया। इससे हैदराबाद सहित पूरे देश में खुशी है। उन्होंने दावा किया है कि आरोपी पुलिस से हथियार लेकर भागने की कोशिश कर रहे थे।
 🔵सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
🔴अरविन्द केजरीवाल 
हैदराबाद की डॉक्टर के साथ जो हुआ उससे देश काफी दुखी है। उसके बाद अब जो एनकाउंटर हुआ है उससे लोगों में खुशी है, लेकिन आज लोगों में क्रिमिनल जस्टिस के प्रति विश्वास खत्म हो गया है। इस मामले पर सभी एजेंसियों और सरकारों को बैठकर चिंतन करना होग की कैसे क्रिमिनल जस्टिस को बेहतर किया जा सके। निर्भया मामले को भी 7 साल हो चुके हैं, उसको लेकर मैं भी दुखी हूं, इसीलिए हमने आरोपियों की दया याचिका को खारिज कर दिया था, मैं राष्ट्रपति जी से अपील करता हूं कि वह भी इन आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दे।
🔴कुमार विश्वास
कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में हैदराबाद पुलिस को शुक्रिया कहा है। उन्होंने लिखा 'शुक्रिया हैदराबाद पुलिस'। कुमार विश्वास ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, 'इस घटना पर देश के सामान्य नागरिकों में प्रसन्नता 'न्यायिक व्यवस्था व राजनीतिक संकल्प-शक्ति' के प्रति गहरे अविश्वास की दुखद सूचना भी है। जनतंत्र के रूप में हम सब को इस व्यवस्था के आमूल-चूल कायाकल्प के विषय में सोचना ही होगा'। शुक्रिया तेलंगाना पुलिस। 
🔵अल्का लांबा
काश दिल्ली पुलिस ने भी हैदराबाद पुलिस से सबक लिया होता तो आज निर्भया के माता-पिता को न्याय के लिए इतना लंबा इंतजार ना करना पड़ता, यह काम भारत की राजधानी दिल्ली में 2012 में ही हो जाना चाहिए था। 2019 में इसकी जरूरत ही ना पड़ती, दरिंदों में डर, बेटियों में सुरक्षा भाव पैदा होगा।
🔵संजय सिंह
इस मामले में देश भर में जनता जिस तरह संतोष जाहिर कर रही है उससे साफ है कि देश का क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम फेल है और जनता का भरोसा उससे उठ चुका है। चारों आरोपी अगर पुलिस गिरफ्त से भागने की कोशिश कर रहे थे तो उस वक्त पुलिस के पास इसके अलावा और कोई चारा ही नही था। इस मामले में देश भर में जनता जिस तरह संतोष ज़ाहिर कर रही है 
🔵कपिल शर्मा
कपिल मिश्रा ने एक अन्य ट्वीट में कहा, आज पुलिस नहीं करेगी तो कल जनता करेगी। अदालतें फेल हैं, बलात्कारी आजाद घूम रहे हैं। देश की बेटियों को भरोसा देना जरूरी कि उनपर हाथ डालने वाला जिंदा नहीं बचेगा। हैदराबाद पुलिस जिंदाबाद। बाकि देश की पुलिस को भी सीखना होगा। जब तक अदालतें नहीं सुधरती तो यहीं एक मात्र रास्ता है।
🔴पीड़िता का फोन घटनास्थल से बरामद
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से ही पीड़िता का फोन भी बरामद किया गया। मुठभेड़ के बाद की एक तस्वीर भी जारी की गई है। इसमें एक आराोपित के हाथ में पिस्टल दिख रही है।
🔴पिता और बहन ने दिया धन्यवाद
पीड़िता के पिता और बहन ने कहा कि दरिंदों के मारे जाने की खबर से वे खुश हैं और उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि यह अन्य अपराधियों के लिए सबक होगा। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर भास्कर राव ने स्थिति को देखते हुए मुठभेड़ को सही और समय पर की गई कार्रवाई बताया। लोगों ने पीड़िता को श्रद्धांजलि देते हुए नारेबाजी की कि न्याय हुआ।



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