नौकरी देने के नाम पर...... प्रधानाचार्य धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज - Yugandhar Times

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Monday, December 23, 2019

नौकरी देने के नाम पर...... प्रधानाचार्य धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज


🔴 राजा राव

कसया । विद्यालय मे नौकरी देने के नाम पर लाखो रुपये लेने के बाद नियुक्ति नही किये जाने के आरोप मे प्रधानाचार्य पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला जनता इण्टर कालेज सोहसा मढिया का है। रामकोला निवासी वैभव प्रताप सिंह के तहरीर पर कसया पुलिस ने प्रधानाचार्य कपिलदेव प्रसाद के खिलाफ धारा 419,420, व 506 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर अगली कार्रवाई मे जुटी है।

    कसया पुलिस को दी गई तहरीर मे जनपद के रामकोला नगर पंचायत वार्ड संख्या-12,के निवासी वैभव प्रताप सिंह ने कहा है कि जनता इण्टर कालेज सोहसा मढिया के प्रथानाचार्य कपिलदेव प्रसाद पुत्र जमुना सिंह के साथ काफी घनिष्ठ उनका संबध रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यालय के प्रधानाचार्य ने जून-2019  मे उनको अपने विद्यालय पर बुलाकर बताया कि विद्यालय मे चतुर्थ श्रेणी के तीन पद रिक्त है शासन स्तर से नई नियुक्तियों पर रोक के बावजूद उनके द्वारा नियुक्त की अनुमति प्राप्त कर ली गयी है। वैभव ने यह भी कहा कि प्रधानाचार्य ने उन्हें अपने विश्वास मे लेने के लिए शासन-प्रशासन को भेजे गये पत्र व उच्च न्यायालय के पारित आदेश को दिखाते हुए यह कहा गया कि चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदो पर नियुक्त करने का उन्हें अधिकार प्राप्त है। अपने तहरीर मे वैभव प्रताप ने लिखा है कि प्रधानाचार्य कपिलदेव प्रसाद ने उन्हें परिचायक के पद पर नियुक्त करने का आश्वासन देते हुए दो अन्य पदो पर रामकोला क्षेत्र के इन्द्रसेनवा निवासी अनूप पाण्डेय पुत्र बलराम पाण्डेय व ग्रामसभा माण्डेराय थाना रामकोला निवासी सुनील चौधरी पुत्र भीमवली को नियुक्त करने की बात कही गयी।
     धोखाधड़ी के शिकार हुए वैभव प्रताप ने आरोप लगया कि 17 जुलाई को प्रधानाचार्य कपिलदेव प्रसाद ने उनके पास सूचना भेजा कि अनूप पाण्डेय व सुनील चौधरी के साथ ढाई-ढाई लाख रुपये लेकर सायं पांच बजे तक विद्यालय पहुंचे।

उसके बाद अनूप पाण्डेय, सुनील चौधरी व तीन अन्य साथी के साथ विद्यालय पहुचे। श्री सिंह ने आरोप लगाया की प्रधानाचार्य की मांग पर वे और सुनील चौधरी अपनी समस्त शैक्षणिक योग्यता से संबंधित प्रमाण पत्र व ढाई-ढाई लाख रुपये दिये जबकि अनूप पाण्डेय अपने सभी प्रमाण पत्रो के साथ दो लाख चालीस हजार रुपये प्रधानाचार्य को सौंपे। उन्होंने बताया का इस दौरान प्रधानाचार्य ने हम सभी अभ्यर्थियों को सितम्बर-2019 तक नियुक्ति पत्र देने का आश्वासन दिया।  किन्तु इतने  मय बीत जाने के बावजूद हम लोगो को अब तक नियुक्ति पत्र नही दिया गया। वैभव प्रताप सिंह का कहना है कि हम लोग जब भी प्रधानाचार्य से नियुक्ति पत्र की मांग करते है वह आनाकानी करते है अब प्रधानाचार्य न तो नियुक्ति पत्र देने के नाम ले रहे है और न ही दी गयी धनराशि वापस लौटा रहे है। इधर प्रधानाचार्य कपिलदेव प्रसाद का कहना है कि सारा मामला गलत व बेबुनियाद है एक साजिश के तहत मुझ पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।

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