🔴 संजय चाणक्य
गोरखपुर । नवलेखा गूगल के तत्वावधान मे बुधवार को " सरोवर पोर्टिको एडी माल" मे समाचार पत्रों के संपादकों का आयोजित एक दिवसीय वर्कशाप संपन्न हुआ। इस दौरान आनलाइन समाचार के महत्व को बताते हुए कलमकार को "आफलाइन से आनलाइन" तक की विशेष जानकारी दी गयी। कार्यशाला में गूगल नवलेखा की गिरिजा ने कहा कि बदलते परिवेश मे आज ऑनलाइन यूजर तेजी से बढ़ रहे है लोग ऑफलाइन से अधिक ऑनलाइन को प्राथमिकता दे रहे है। हिंदी समाचार पत्र जो की अभी ऑफलाइन है उन्हें नवलेखा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा रहा है। ट्रेनर गिरिजा ने गूगल नवलेखा की बारीकियों और कार्य करने के सिस्टम व खुद को नवलेखा से जुडने का विस्तृत जानकारी दी।
कार्यशाला मे पहले नवलेखा के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए ट्रेनर गिरजा ने कहा कि नवलेखा एक ऐसा प्रोजेक्ट हे जिसके अन्तर्गत प्रिंट मीडिया के संपादक आफ लाइन के साथ- साथ आनलाइन अपने समाचार पत्रों का प्रचार-प्रसार बडी ही आसानी से कर सकते है। उन्होने लघु समाचारपत्रो के लिये नवलेखा को एक बेहतर प्लेटफार्म बताते हुए कहा की जब आप नवलेखा के वेबसाइट पर लागिंग करके अपने वेबपेज पर जायेगे तो उस पर अपनी मातृ व क्षेत्रीय भाषा मे अपने शहर, राज्य व आसपास की खबरों के साथ- साथ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर लेख आदि अपलोड कर सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपने व्यूवर की संख्या बढाकर आय का एक निश्चित सोत्र बना सकते है।
🔵 क्या है नवलेखा
गिरजा ने बताया कि गूगल नवलेखा के जरिये लोकल, क्षेत्रीय व लघु समाचारपत्रो को उनके आफलाइन कंटेंट को आनलाइन प्रसारित करने का एक बेहतरीन प्लेटफार्म है। यह प्लेटफार्म उन प्रकाशको/ समाचारपत्रो को मददगार है जिनकी अब तक आनलाइन मे कोई वजूद नही है। उन्होने कहा कि नवलेखा से जुडने के बाद आफलाइन वाले अखबार चंद मिनटों मे ही अपने लेख/विचार और न्यूज आनलाइन पब्लिश कर अधिक से अधिक पाठको तक पहुच सकते है।
🔵 गूगल का क्या है उद्देश्य
गूगल के मुताबिक तकरीबन 1 लाख 65 हजार प्रिंट पब्लिशर्स मे से 90 फीसदी ऐसे पब्लिशर्स (समाचारपत्र) है जिनकी अपनी खुद की वेबसाइट नही है। गूगल का उद्देश्य यह है कि वह अपने नवलेखा प्रोजेक्ट के माध्यम से आफलाइन समाचारपत्रो को इतना सामर्थवान बनाये कि वह अपने कंटेंट को आनलाइन लेकर आ सके। गूगल नवलेखा के जरिये पब्लिशर्स को सुन्दर वेबपेज,ब्रांड डोमेन पर अनलिमिटेड फ्री होस्टिंग के साथ पब्लिशर्स को ट्रेनिंग मुहैया करा रहा है। गूगल नवलेखा से जुडने के लिये किसी तरह का कोई शुल्क नही ले रहा है।
🔵 गुड मार्निंग गोरखपुर
ट्रेनिंग हाल मे पहुते ही प्रशिक्षक गिरजा पहले से मौजूद विभिन्न समाचारपत्रो के संपादकों का बडी ही अदब से " गुड मॉर्निंग गोरखपुर" उद्बोधन के साथ इस्तकबाल किया, जबाब मे सभी संपादकों ने भी " गुड मॉर्निंग गोरखपुर" बोल जोरदार अभिवादन किया।
🔵 सवाल के जबाब देने वालो को किया सम्मानित
नवलेखा प्रशिक्षण कार्यक्रम मे ट्रेनर गिरजा द्वारा दिये गये प्रशिक्षण के दौरान बीच-बीच मे सवाल पूछे जा रहे थे। सवाल कार्यशाला मे दी जा रही ट्रेनिंग के दौरान बताये गये महत्वपूर्ण बिन्दुओं मे ही थे। सही जबाब देने वाले संपादको को नवलेखा की ओर से विशेष पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
🔵 कार्यक्रम का संचालन
कार्यक्रम का संचालन गूगल के अभिषेक श्रीवास्तव व प्रदीप यादव ने किया।इनके देख-रेख मे सफल कार्यशाला का आयोजन किया गया। पूर्वाचंल के आनलाइन से वंचित अखबारों को नवलेखा से जोडकर उन्हे गूगल के नवलेखा का हिस्सा बनाकर कार्यशाला मे ट्रेनिंग दिलवाने वाले अभिषेक श्रीवास्तव की भूमिका सराहनीय रही। सभी संपादको ने नवलेखा से जुड़कर आनलाइन के दुनिया मे कदम रखने के लिए अभिषेक के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री श्रीवास्तव ने उपस्थित पब्लिशरो/संपादको को हर संभव सहयोग करने आश्वासन दिया।
🔵 दिया गया प्रमाणपत्र
दो चरण में तकरीबन चार घंटे तक चले कार्यशाला मे ट्रेनर गिरजा द्वारा वेबसाइट, डोमेन, होस्टिंग, वेब सर्वर, डेटा सेंटर, सर्च इंजन के अलावा इंटरनेट की दुनिया से लगायत आनलाइन (बेब पोर्टल) खबरो के महत्व, आनलाइन खबरो से आय का सोत्र सहित तमाम तकनीकी जानकारी बडी ही बारीकी से दी गई है। इस दौरान नवलेखा ने कार्यशाला मे प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी समाचारपत्रो के संपादको को प्रमाण पत्र देकर गूगल के नवलेखा प्रोजेक्ट से जुडने के लिये आभार व्यक्त किया और आनलाइन क्षेत्रीज पर कदम बढाने की शुभकामनाएं दी।
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