नई दिल्ली! पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पहली पुण्यतिथि है। आज से ठीक एक साल पहले 16 अगस्त को वो दुनिया को अलविदा कह गए लेकिन उनकी मौजूदगी आज भी इस देश का जर्रा जर्रा महसूस कर रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदैव अटल स्मारक पहुंचे। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेता अटल जी की पुण्यतिथि पर सदैव अटल पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित की।भाजपा में उदार छवि के नेता समझे जाने वाले वाजपेयी सबसे पहले 1996 में प्रधानमंत्री बने। हालांकि उनकी सरकार महज 13 दिन तक चली। इसके बाद वह 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने लेकिन उनकी वह सरकार 13 महीनों तक ही चली। वर्ष1999 में राजग एक बार फिर सत्तासीन हुई और वाजपेयी फिर प्रधानमंत्री बने और उन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। उन्हें 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
अविवाहित रहे वाजपेयी 1957 में पहली बार उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से लोकसभा के लिए चुने गए । संसद में उनके पहले भाषण से उनके साथियों और सहयोगियों के साथ-साथ प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने एक विदेशी अतिथि से वाजपेयी का परिचय कुछ इस प्रकार कराया था.एक दिन यह युवक देश का प्रधानमंत्री बनेगा। स्वर्गीय वाजपेयी 47 साल तक सांसद रहे। वह दस बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे। वाजपेयी के निधन के बाद उनकी अस्थियों को देश की 100 नदियों में प्रवाहित किया गया था। भाजपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक प्रखर वक्ता ही नहीं थे बल्कि एक शानदार कवि भी थे। उनकी कई कविताएं आज भी सोशल मीडिया में वायरल होती हैं। संयुक्त राष्ट्र में पहली बार हिंदी में भाषण देने का गौरव भी अटल बिहारी वाजपेयी को ही जाता है।
बीजेपी ने अटल बिहारी वाजपेयी की याद में ट्वीट कर कहा भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष असंख्य कार्यकर्ताओं के पथ प्रदर्शक एवं हमारे प्रेरणा स्रोत भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रथम पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी ट्वीट कर अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। नायडू ने लिखा अटल जी भारतीय लोकतंत्र की उत्कृष्टतम परंपराओं के प्रेरणा पुंज थे। लोकतंत्र की सात्विक मर्यादाओं के मूर्तरूप थे। देश अपने मानवतावादी युगदृष्टा नेता सहृदय और ओजस्वी शब्दशिल्पी को कृतज्ञतापूर्वक स्मरण करता रहेगा। पुण्यात्मा को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।
पियुस गोयल ने टवीट कर कहा कि अटल जी राजनेता नही हमारे लिये वह एक पिता जैसे थे। उनका जाना एक युग का अंत है उनकी कमी कभी पूरी नही की जा सकेगी। उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें मेरी श्रद्धापूर्ण श्रद्धांजलि। वह सदैव हमारे ह्रदय में जीवित रहेंगे और उनके दिखाये रास्ते पर चलकर हम उनके सपनों को साकार करेंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने ट्वीट कर अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। उन्होंने कहा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि। आइएण्ण् हम उनके शब्दों को याद करें बंदूक कोई समस्या नहीं सुलझा सकती हैण् मुद्दों को इन्सानियतए जम्हूरियत और कश्मीरीयत के तीन सिद्धांतों से ही हल किया जा सकता है।
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